बुधवार, 18 अप्रैल 2012

राजा महाराजाओं का डोला

 'श्रद्धांजलि'
भूपेन हजारिका हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उन का संगीत और गायन हमारे बीच सदैव बना रहेगा। सही मायने में जो लीक से हट कर संगीत है उसमें भूपेन हजारिका का संगीत शामिल है। भूपेन हजारिका की आवाज में बुलंदी के साथ साथ एक विशिष्ट गूँज शामिल है जो श्रोता को चकित करती है। यह गीत प्रसिद्ध गीतकार पं. नरेन्द्र शर्मा का है लेकिन उसे स्वर मिला भूपेन दा का।
... दीपक, सीवान, बिहार

हे डोला हे डोला


हे डोला हे डोला, हे डोला, हे डोला
हे आघे बाघे रास्तों से
कान्धे लिये जाते हैं राजा महाराजाओं का डोला,
हे डोला, हे डोला, हे डोला
हे देहा जलाइके, पसीना बहाइके दौघते हैं डोला
हे डोला, हे डोला, हे डोला


हे हैय्या ना हैय्या ना हैय्या ना हैय्या
हे हैय्या ना हैय्या ना हैय्या ना हैय्या
पालकी से लहराता, गालों को सहलाता
रेशम का हल्का पीला सा
किरणों की झिलमिल में
बरमा के मखमल में
आसन विराजा हो राजा
कैसन गुजरा एक साल गुजरा
देखा नहीं तन पे धागा
नंगे हैं पाँव पर धूप और छांव पर
दौघते हैं डोला, हे डोला हे डोला हे डोला


सदियों से घूमते हैं पालकी हिलोड़े पे है
देह मेरा गिरा ओ गिरा ओ गिरा
जागो जागो देखो कभी मोरे धन वाले राजा
कौड़ियों के दाम कोई मारा हे मारा
चोटियाँ पहाड़ की, सामने हैं अपने
पाँव मिला लो कहारों...
कान्धे से जो फिसला नीचे जा गिरेगा
राजाओं का आसन न्यारा
नीचे जो गिरेगा डोला
हे राजा महाराजाओं का डोला
हे डोला हे डोला हे डोला हे डोला......

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